*हाथी और गाड़ी*

सड़क पक्की हो गयी है।
गाड़ियां पूरी रफ़्तार से,
बिना किसी हचक के,
अब दौड़ती हैं।

तरह-तरह की गाड़ियां,
कुछ नीले, कुछ लाल
कुछ हरे, कुछ काले जैसे काल

छोटी गाड़ियां, बड़ी गाड़ियां
दुपहिया, तिपहिया, चारपहिया
कुछ ऐसे की पहिया ही पहिया
छोटी पहिया, बड़ी पहिया
कुछ के भीतर ट्यूब
तो कुछ ट्यूबलेस पहिया

अलग-अलग पावर की गाड़ियां
जितना ज्यादा पावर, उतना ज्यादा दाम
अलग-अलग डिजाईन की गाड़ियां
कोई बना रफ़्तार के लिए
तो कोई काम के लिए
कोई ढोता आदमी को
तो कोई सामान को
जैसा काम वैसा डिजाईन

अलग-अलग भूख वाली गाड़ियां
कोई खाता ड़ीजल, कोई पेट्रोल
तो किसी को पसंद सी.एन.जी
जितना  ज़्यादा पावर उतनी ज्यादा भूख

सड़क पर चौड़ी होकर चलती गाड़ियां
सड़क पर अधिकार जमाती गाड़ियां
हर समय चलती गाड़ियां
बिना थके तेज़ी से दौड़ती गाड़ियां

धुँआ छोड़ती गाड़ियां
लोगों के फेफड़े में कालिख जमाती गाड़ियां
तीख़ी आवाज़ से लोगों को डराती गाड़ियां
मनमानी करती गाड़ियां, हठि गाड़ियां
भूख सहन नहीं करती गाड़ियां
बिना खाये एक कदम भी नहीं चलती गाड़ियां
 चालक की पकड़ ढीली पड़ते ही काल बन जाती गाड़ियां

कहीं -कहीं पक्की सड़क पर चलते हाथी
गाड़ियों के काफ़िले के बीच से निकलते हाथी
झूमते हाथी, सवारी को झूमाते हाथी
सभ्य हाथी
कोई धुंआ नहीं छोड़ते हाथी
क़िले पर चढते हाथी
जहाँ गाड़ी नहीं चलती वहाँ भी चलते हाथी
समझदार हाथी
मालिक की आँख लग जाए फिर भी सही राह चलते हाथी
भूखे पेट भी चलते हाथी

कान वाले हाथी
मालिक की आवाज़ को पहचानते हाथी
"घेत, घेअ त" में फर्क कर लेते हाथी
घेत कहने पर रुकते हाथी
घेअ त कहने पर चल देते हाथी

डीजल, पेट्रोल जैसी महंगी चीजें नहीं खाते हाथी
ईख खाते हाथी, मानव जो खिलाता वो खा लेते हाथी
हठ नहीं करते हाथी
ब्रेड भी खा लेते हाथी
मासूम हाथी।



 © राहुल सिंह   

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